आज की इस पोस्ट मे आप पढ़ेंगे की Tally Erp.9 मे GST की Entry किस प्रकार से की जाती है तो इसे जानने के लिए पूरी पोस्ट को ध्यान से पढे तथा पोस्ट पसंद आने पर Share और Subscribe जरूर करे ताकि मेरी आने वाली सभी Post की Notification आप को मिलती रहे।
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ToggleWhat is GST [GST क्या है]
GST का Full Form Goods and Service Tax होता है
GST – 1 July 2017 को भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने लागू की। इस Tax के पहले बहुत सारे Tax भारत मे थे तथा हर राज्यो मे अलग-अलग Tax की व्यवस्था थी। पर इस Tax के लागू होते ही सभी राज्यो मे Tax की दर एक Category वाले Items पर एक समान हो गई जैसे – अगर Electronic Items पर GST Rate 28% है तो देश मे सभी राज्यो मे Electronic Items पर GST Rate 28% ही देय होगा। इस प्रकार से इस Tax को लाने का मुख्य उद्देश्य One Nation One Tax है।
GST Category [GST के प्रकार]
GST को मुख्य रूप से तीन Category मे Divide किया गया है :-
1. CGST (Central Good and Service Tax) – यह Tax तब लगता है जब हम एक ही राज्य के अंदर माल को खरीदते और बेचते है। जैसे – Uttar Pradesh के अंदर Kanpur से माल खरीद कर Allahabad मे बेचना।
2. SGST (State Good and Service Tax)– यह Tax भी तब लगता है जब हम एक ही राज्य के अंदर माल को खरीदते और बेचते है। जैसे – Uttar Pradesh के अंदर Lucknow से माल खरीद कर Kanpur मे बेचना।
3. IGST (Integrated Good and Service Tax)– यह Tax तब लगता है जब हम एक राज्य से माल को दुसरे राज्य मे खरीदते और बेचते है। जैसे – हमारी Company Uttar Pradesh मे है और हम माल को Delhi से खरीदते है तथा Delhi या किसी अन्य State मे बेचते है।
अब आपको समझ मे आ गया होगा की जब हम माल को Local ही खरीदते और बेचते है तो उस पर दो प्रकार से Tax लगता है CGST और SGST। मान लीजिये आपने एक TV खरीदा जिस पर GST 28% देय है। जिसमे से 14% Central Govt तथा 14% State Govt Tax को Collect करती है।
इसी प्रकार से मान लीजिये आप की Company UP मे है और आप माल को Delhi से खरीदते है और उस खरीदे जाने वाले Goods पर GST 28% देय है तो उस पर लगने वाला Tax IGST (Integrated Goods and Service Tax) कहलाएगा जो केवल Central Govt को देय होगा उसमे State Govt का कोई Roll नहीं होगा। आशा है की अब आपको GST के बारे मे समझ आ गया होगा चलिये अब समझते है की Tally मे GST की Entry किस प्रकार से करेंगे। इसके लिए सबसे पहले GST Enable करेंगे।
Company Create करने के बाद हम Gateway of Tally Screen पर F11 Press करेंगे जिससे Company Features Screen Display होगी इस Screen पर स्थित Statuary and Taxation Features पर Click कर Enable GST and Service Tax तथा Set/alter GST details option को Yes करेंगे तथा GST details मे अपने State तथा GSTIN number को Fill करेंगे।
Purchase, Sales Entry in Tally with GST
GST मे हम Purchase तथा Sales की Entry को एक Example की help से जानेंगे।
मान लीजिये आपकी Company XYZ है जो Lucknow (UP) मे स्थित है तथा आप Ram Pvt Ltd (Kanpur,UP) से Electronic Goods (AC और Fridge) को Purchase करते है तथा Ashok Pvt Ltd (Allahabad UP) को Goods Sales (AC और Fridge) करते है तथा इस Goods पर लगने वाला GST 28% है। इसकी Entry को हम कुछ Steps तथा Figures की सहायता से ठीक से समझते है।
Purchase Entry with GST
1. सबसे पहले हम Statuary and Taxation Features मे F11 Press कर GST को Enable करेंगे।
2. अब निम्न Ledger Create करेंगे ।
Name – Input CGST तथा Input SGST
Under – Duties & Taxes
Type of duty/Tax – GST
Tax Type – Central Tax, State Tax
Name – Ram Pvt Ltd
Under – Sundry Creditors
Maintain Balance bill by bill – Yes
Country – India
State – Uttar Pradesh
Under – Purchase A/c
Inventory Values are affected – Yes
Is GST Applicable – Yes
Set/Alter GST Details – Yes
Nature of Transaction – Purchase Taxable
Tax Type Integrated Tax – 28%
Type of Supply – Goods
Sales Entry with GST
Under – Duties & Taxes
Type of duty/Tax – GST
Tax Type – Central Tax, State Tax
Name – Ashok Pvt Ltd
Under – Sundry Debtors
Maintain Balance bill by bill – Yes
Country – India
State – Uttar Pradesh
Under – Sales A/c
Inventory Values are affected – Yes
Is GST Applicable – Yes
Set/Alter GST Details – Yes
Nature of Transaction – Sales Taxable
Tax Type Integrated Tax – 28%
Type of Supply – Goods
Stock Creation
Gateway of Tally – Inventory Info.
Stock Group – Single Stock Group – Create
Name – Electronic Items
Under – Primary
Should quantities of Items – Yes
Set/alter GST details – Yes
Tax Type – Integrated Tax – 28%
Unit Creation
Unit of Measure – Create Unit
Type – Simple
Symbol – Pcs
Formal Name – Pieces
Name – AC, Fridge
Under – Electronic Items
Units – Pcs
Gst Applicable – Applicable
Type of Supply – Goods
इस प्रकार से हम सभी Ledger Create कर लेंगे।
Purchase Voucher Entry with GST
Gateway of Tally – Transaction – Accounting Voucher- Purchase Voucher (F9)
Supplier Invoice No. – 12
Date – 1-4-2020
Party A/c Name – Ram Pvt Ltd
Purchase Ledger – Purchase Goods
Name of Items – Ac, Fridge
Enter – Qty /Rate –
Enter- Input CGST, SGST
Sales Voucher Entry with GST
Gateway of Tally – Transaction – Accounting Voucher- Sales Voucher (F8)
Supplier Invoice No. – 10
Date – 1-4-2020
Party A/c Name – Ashok Pvt Ltd
Purchase Ledger – Sales Goods
Name of Items – Ac, Fridge
Enter – Qty /Rate –
Enter- Input CGST, SGST
इसी प्रकार से अगर हम किसी अन्य State से मॉल खरीदते और बेचते तो उस पर केवल Input IGST, Input CGST लगता। बाकी सभी Entries same की जाती।
अंत में –
आशा है की पूरी पोस्ट को पढ़ने के बाद आपको समझ में आ गया होगा कि Tally में किस प्रकार से GST की Entry की जाती है। अगर इससे समबन्धित कोई भी सवाल या सुझाव हो तो Comments कर अवश्य बताए।
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