Computer में हमें Accounting (Tally) को सीखने से पहले हमें Accounting के कुछ नियम को सीखना होता है इस नियम को हम Accounting के Golden Rules भी कहते हैं। तो आज की इस पोस्ट मे हम Accounting के प्रकार तथा उनके Rules के बारे में पढेंगे ।
Types of Accounting
Account 3 प्रकार के होते हैं.
1. व्यक्तिगत खाता (Personal Account)
2. वास्तविक खाता (Real Account)
3. अवास्तविक खाता (Nominal Account)
इन तीनों प्रकार के खातों के कुछ अपने – अपने नियम होते हैं जिन्हें हम Accounting के Golden Rules कहते हैं चलो अब हम इन्हें एक – एक करके समझते हैं।
Golden Rules of Accounting
व्यक्तिगत खाते में वे सभी खाते आते हैं, जो किसी व्यक्ति, बैंक या संस्था से संबंधित होते हैं। उन्हें हम व्यक्तिगत खाते (Personal Account ) कहते हैं।
जैसे :-
Ashok A/c
Hexa pvt Ltd company A/c
Bank of Baroda A/c आदि।
ये सभी खाते व्यक्तिगत खाते (Personal Account) के अंतर्गत आते हैं
व्यक्तिगत खाते (Personal Account) के नियम:-
पाने वाला नामे (Debit) (Receiver Dr.)
देने वाला जमा (Credit) (Giver Cr.)
उदाहरण –
1. Ram को 5000 रू का माल बेचा।
इस एंट्री मे हम व्यक्तिगत खाते पर ध्यान देगे। इसमें व्यक्तिगत खाता Ram का खाता है। अतः Ram पाने (Receiver) वाला है इसलिये Ram A/c Dr. होगा।
2. Ramesh से 5000 रू का माल खरीदा।
इस एंट्री मे हम व्यक्तिगत खाते पर ध्यान देगे।
इसमें व्यक्तिगत खाता Ramesh का खाता है। अतः Ramesh देने (Giver) वाला है इसलिये Ramesh A/c Cr. होगा।
2. वास्तविक खाता (Real Account) :-
वास्तविक खाते (Real Account) में वे सभी खाते आते हैं जो वास्तव में है। तथा जिन्हें छुआ जा सकता है। उन्हें हम वास्तविक खाता (Real Account) कहते हैं। साधारण भाषा मे कहे तो cash और वस्तुओं के खाते वास्तविक खाते (Real Account) है।
जैसे :-
Cash A/c
Furniture A/c
Building A/c
Land A/c
ये सभी खाते वास्तविक खाता (Real Account) के अंतर्गत आते है |
वास्तविक खाता (Real Account) के नियम :-
जो आये उसे नामे (Debit) (comes in Dr.)
जो जाए उसे जमा (Credit) (goes out Cr.)
उदाहरण –
1. Ramesh से Bike खरीदी।
इस एंट्री मे हम वास्तविक खाते पर ध्यान देगे।
इसमें वास्तविक खाता Bike का खाता है। अर्थात व्यापार मे जो कैश / वस्तु आये उसे Dr. करेगे।
व्यापार मे जो कैश / वस्तु जाए उसे Cr. करेगे। अतः हमारे पास Bike आ रहीं हैं। इसलिये Bike A/c Dr. होगा।
2. Ram को 5000 रू का माल बेचा।
इस एंट्री मे हम वास्तविक खाते पर ध्यान देगे। इसमें वास्तविक खाता माल (Goods) का खाता है। अर्थात व्यापार मे जो कैश / वस्तु आये उसे Dr. करेगे। व्यापार मे जो कैश / वस्तु जाए उसे Cr. करेगे।
अतः हमारे पास से माल (Goods) जा रहा है इसलिये माल (Goods) A/c Cr. होगा।
3. अवास्तविक खाता (Nominal Account) :-
अवास्तविक खाते के अंतर्गत व्यवसाय में होने समस्त हानिया व खर्च तथा लाभ व आय को शामिल किया जाता है |
जैसे :-
वेतन A/c
मजदूरी A/c
किराया A/c
ब्याज A/c
ये सभी खाते अवास्तविक खाता (Nominal Account) के अंतर्गत आते है |
अवास्तविक खाता (Nominal Account) के नियम :-
समस्त हनिया व खर्च नामे (Debit) (all expenses and losses Dr. )
समस्त लाभ व आय जमा (Credit) (all incomes and gains Cr. )
उदाहरण –
1. Ram को नगद वेतन दिया |
इस एंट्री मे हम अवास्तविक खाते पर ध्यान देगे। इसमें अवास्तविक खाता वेतन का खाता है।
अतः हमारे पास से वेतन जा रहा है | और वेतन एक खर्च है | इसलिये वेतन A/c Dr. होगा।
2. Ramesh से नगद किराया प्राप्त हुआ।
इस एंट्री मे हम अवास्तविक खाते पर ध्यान देगे।
इसमें अवास्तविक खाता किराया का खाता है।
अतः हमारे पास किराया आ रहा है, और किराया आय है, इसलिये किराया A/c Cr. होगा।
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अंत में
आशा है की पूरी पोस्ट पढने के बाद आपको एकाउंट्स के गोल्डन नियम के बारे में जानकारी हो गई होगी.
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