IMPORTANT SHORT NOTES CCC IN HINDI
CCC EXAM SUCCESS SERIES-1 |
खुशखबरी हॉ
दोस्तों आपके लिए
बहुत बड़ी खुशखबरी है क्योंकि आज
से आप मेरी
पोस्ट के माध्यम
से CCC में अक्सर
पूछे जाने वाले
Contents को पढ़गें
और मैं निश्चित रूप से
यह कहता हूँ
कि अगर आप
मेरी सी0सी0सी0 सीरीज
की सभी पोस्टों
को रीड कर
लेगें तो आप
100%
सी0सी0सी0
परीक्षा को पास
कर लेगें साथ
ही साथ अक्सर नौकरियों
की परीक्षा में
पूछे जाने वाले
प्रश्नों को भी आप
आसानी से हल
कर लेगें एवं
कम्प्यूटर का बेसिक
ज्ञान भी अवश्य हो जायेंगा। इसके आलावा
अगर आपको कोई
और जानकारी कम्प्यूटर
से सम्बन्धित जाननी
हो तो कमेन्ट
जरूर करें मैं
अपनी अगली पोस्ट
में उसके बारे
में भी लिखुंगा
एवं आप मेरे
इस ब्लाग को
फालों भी जरूर
करें ताकि मेरी
अगली CCC– 2 सीरीज के बारे
में आपको नोटिफिकेशन मिलती
रहें।
CCC SERIES [CHAPPTER-1]
कम्प्यूटर का
परिचय
(Introduction of Computer)
परिचय
(Introduction of Computer)
हॉ दोस्तों इस चैप्टर
से CCC में बहुत
सारे प्रश्न पूछे जाते
है जिनके बारे
में मैं विस्तार
से अपनी पोस्ट
में लिख रहा
हूँ–
से CCC में बहुत
सारे प्रश्न पूछे जाते
है जिनके बारे
में मैं विस्तार
से अपनी पोस्ट
में लिख रहा
हूँ–
कम्प्यूटर शब्द की
उत्पत्ति कहॉ से
हुई
उत्पत्ति कहॉ से
हुई
कम्प्यूटर शब्द की
उत्पत्ति लैटिन भाषा के कम्प्यूट
शब्द से
हुई जिसका
अर्थ है कैलकुलेशन तो
हम कह सकते
है कि कम्प्यूटर
गणना करने वाली
एक मशीन
है इसे हिन्दी
में संगणक कहा
जाता है।
उत्पत्ति लैटिन भाषा के कम्प्यूट
शब्द से
हुई जिसका
अर्थ है कैलकुलेशन तो
हम कह सकते
है कि कम्प्यूटर
गणना करने वाली
एक मशीन
है इसे हिन्दी
में संगणक कहा
जाता है।
कम्प्यूटर बना है
कम्प्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर
का Combination है
अर्थात कम्प्यूटर हार्डवेयर और
सॉफ्टवेयर से मिलकर
बना है।
का Combination है
अर्थात कम्प्यूटर हार्डवेयर और
सॉफ्टवेयर से मिलकर
बना है।
Generation of Computer
इससे सम्बन्धित
प्रशन भी पूछे जाते
है जिसमें किसी
भी एक जनरेशन के
बारे में पूछा
जाता है।
प्रशन भी पूछे जाते
है जिसमें किसी
भी एक जनरेशन के
बारे में पूछा
जाता है।
1 . First Generation The period of
first generation : 1942-1954. Vaccum tube based.
2 Second Generation The period of
second generation : 1952-1964. Transistor based.
first generation : 1942-1954. Vaccum tube based.
2 Second Generation The period of
second generation : 1952-1964. Transistor based.
3 Third Generation The period of
third generation : 1964-1972. Integrated Circuit based.
third generation : 1964-1972. Integrated Circuit based.
4 Fourth Generation The period of fourth
generation : 1972-1990. VLSI microprocessor
generation : 1972-1990. VLSI microprocessor
5 Fifth Generation The period of
fifth generation : 1990-onwards.ULSI microprocessor based
fifth generation : 1990-onwards.ULSI microprocessor based
कंप्यूटर में तीन
मुख्य घटक होते
हैं–
मुख्य घटक होते
हैं–
1. इनपुट और आउटपुट
यूनिट
यूनिट
2. सेंट्रल
प्रोसेसिंग यूनिट (सीपीयू)
प्रोसेसिंग यूनिट (सीपीयू)
3. मेमोरी यूनिट
इनपुट और आउटपुट
यूनिट
उपयोगकर्ता
के लिए कंप्यूटर
के साथ संवाद
करने के लिए
इनपुट और आउटपुट
डिवाइस की आवश्यकता
होती है। इनपुट
डिवाइस के माध्यम
से हम कंप्यूटर
सिस्टम में डेटा
इंसर्ट करते हैं
और आउटपुट डिवाइस
के माध्यम से
हम इनपुट डाटा
का रिजल्ट प्राप्त
करते है।
के लिए कंप्यूटर
के साथ संवाद
करने के लिए
इनपुट और आउटपुट
डिवाइस की आवश्यकता
होती है। इनपुट
डिवाइस के माध्यम
से हम कंप्यूटर
सिस्टम में डेटा
इंसर्ट करते हैं
और आउटपुट डिवाइस
के माध्यम से
हम इनपुट डाटा
का रिजल्ट प्राप्त
करते है।
Central
Processing Unit (CPU)
सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (CPU)
एक कंप्यूटर सिस्टम का हिस्सा
है जो सिस्टम
के बुनियादी अंकगणितीय,
तार्किक और इनपुट
/आउटपुट संचालन करने के
लिए कंप्यूटर प्रोग्राम
के निर्देश को
पूरा करता है।
एक कंप्यूटर सिस्टम का हिस्सा
है जो सिस्टम
के बुनियादी अंकगणितीय,
तार्किक और इनपुट
/आउटपुट संचालन करने के
लिए कंप्यूटर प्रोग्राम
के निर्देश को
पूरा करता है।
CPU को कंप्यूटर के मस्तिष्क
के रूप में
भी जाना जाता
है। CPU की गति
का उपयोग माइक्रो
प्रोसेसर के प्रकार पर निर्भर
करता है और
इसे मेगा हर्ट्ज
(मेगाहर्ट्ज) में मापा
जाता है
के रूप में
भी जाना जाता
है। CPU की गति
का उपयोग माइक्रो
प्रोसेसर के प्रकार पर निर्भर
करता है और
इसे मेगा हर्ट्ज
(मेगाहर्ट्ज) में मापा
जाता है
अर्थमैटिक लॉजिक यूनिट (ALU)
Computer में एक अर्थमैटिक
लॉजिक यूनिट (ALU)एक
डिजिटल सर्किट है जो
अंकगणित और तार्किक
संचालन करता है।
लॉजिक यूनिट (ALU)एक
डिजिटल सर्किट है जो
अंकगणित और तार्किक
संचालन करता है।
नियंत्रण इकाई (Control
Unit)
Unit)
कंट्रोल यूनिट एक कंप्यूटर
सिस्टम के इनपुट
और आउटपुट डिवाइस
को समन्वयित करता
है। अर्थात इस
यूनिट के द्वारा
हम कम्प्यूटर से
जुड़े हुए कंपोनन्ट
के कार्य को
नियंत्रित करते है।
सिस्टम के इनपुट
और आउटपुट डिवाइस
को समन्वयित करता
है। अर्थात इस
यूनिट के द्वारा
हम कम्प्यूटर से
जुड़े हुए कंपोनन्ट
के कार्य को
नियंत्रित करते है।
Memory Unit (MU)
यह Memory अस्थायी या
स्थायी आधार पर
कार्यक्रमों या डेटा
को संग्रहीत करने
के लिए जिम्मेदार
है। इसमें प्राथमिक
मेमोरी (Primary Memory)और सेकेंडरी मेमोरी (Secondary
Memory) है। जिस इनपुट डेटा को
प्रोसेस करना है
उसे प्रोसेसिंग से
पहले मुख्य मेमोरी
में लाया जाता
है।
स्थायी आधार पर
कार्यक्रमों या डेटा
को संग्रहीत करने
के लिए जिम्मेदार
है। इसमें प्राथमिक
मेमोरी (Primary Memory)और सेकेंडरी मेमोरी (Secondary
Memory) है। जिस इनपुट डेटा को
प्रोसेस करना है
उसे प्रोसेसिंग से
पहले मुख्य मेमोरी
में लाया जाता
है।
INPUT DEVICE
एक इनपुट डिवाइस हार्डवेयर
डिवाइस है जो
कंप्यूटर सिस्टम में डेटा
भेजता है। इन
उपकरणों का उपयोग
इनपुट डेटा के
लिए किया जाता
है और विभिन्न
प्रकार के इनपुट
उपकरणों से सीपीयू
द्वारा निर्देशों को स्वीकार
किया जाता है।
उदाहरण –
डिवाइस है जो
कंप्यूटर सिस्टम में डेटा
भेजता है। इन
उपकरणों का उपयोग
इनपुट डेटा के
लिए किया जाता
है और विभिन्न
प्रकार के इनपुट
उपकरणों से सीपीयू
द्वारा निर्देशों को स्वीकार
किया जाता है।
उदाहरण –
KEYBOARD, MOUSE, JOYSTICS, LIGHT
PEN,GRAPHICS
TABLET
PEN,GRAPHICS
TABLET
TOUCH
SCREEN,TOUCHPAD,TRACKBALL,SCANNER
SCREEN,TOUCHPAD,TRACKBALL,SCANNER
MICR(
Magnetic Ink Character Recognition), OCR (Optical Character Recognition),OMR
(Optical Mark reader)
Magnetic Ink Character Recognition), OCR (Optical Character Recognition),OMR
(Optical Mark reader)
Barcode Reader, Microphone,Microphone (MIC),Digital Camera
Biometric Sensor
OUTPUT
DEVICE
एक
आउटपुट डिवाइस कंप्यूटर हार्डवेयर
उपकरणों का एक
हिस्सा है, जिसका
उपयोग डेटा प्रोसेसिंग
के परिणाम को
संप्रेषित करने के
लिए किया जाता
है आउटपुट डिवाइस
उपयोगकर्ता द्वारा किए गए
विभिन्न ऑपरेशनों का परिणाम
है। कुछ उपकरण,
जिनका उपयोग संसाधित
परिणाम या आउटपुट
को प्रदर्शित करने
के लिए किया
जाता है उदाहरण–
आउटपुट डिवाइस कंप्यूटर हार्डवेयर
उपकरणों का एक
हिस्सा है, जिसका
उपयोग डेटा प्रोसेसिंग
के परिणाम को
संप्रेषित करने के
लिए किया जाता
है आउटपुट डिवाइस
उपयोगकर्ता द्वारा किए गए
विभिन्न ऑपरेशनों का परिणाम
है। कुछ उपकरण,
जिनका उपयोग संसाधित
परिणाम या आउटपुट
को प्रदर्शित करने
के लिए किया
जाता है उदाहरण–
Monitor, Printer, Plotter, Speaker, Headphone,Projector
etc.
etc.
COMPUTER
MEMORY
कंप्यूटर मेमोरी कंप्यूटर सिस्टम
में सबसे महत्वपूर्ण
तत्वों में से
एक है। यह
आंतरिक या बाहरी
भंडारण क्षेत्र है, जो
बाइनरी नंबर के
रूप में प्रसंस्करण
के दौरान डेटा
और निर्देश को रखता है।
में सबसे महत्वपूर्ण
तत्वों में से
एक है। यह
आंतरिक या बाहरी
भंडारण क्षेत्र है, जो
बाइनरी नंबर के
रूप में प्रसंस्करण
के दौरान डेटा
और निर्देश को रखता है।
कंप्यूटर मेमोरी को दो
भागों में वर्गीकृत
किया जा सकता
है –
भागों में वर्गीकृत
किया जा सकता
है –
1. प्राथमिक
मेमोरी (Main Memory) और
मेमोरी (Main Memory) और
2. माध्यमिक
मेमोरी (Secondary Memory)
मेमोरी (Secondary Memory)
प्राथमिक मेमोरी (Main
Memory)
इसे मुख्य मेमोरी के
रूप में भी
जाना जाता है।
यह डेटा और
निर्देशों को रखने
के लिए कंप्यूटर
द्वारा उपयोग की जाने
वाली आंतरिक भंडारण
मेमोरी है। प्राथमिक
मेमोरी में भंडारण
क्षमता सीमित होती है।
रूप में भी
जाना जाता है।
यह डेटा और
निर्देशों को रखने
के लिए कंप्यूटर
द्वारा उपयोग की जाने
वाली आंतरिक भंडारण
मेमोरी है। प्राथमिक
मेमोरी में भंडारण
क्षमता सीमित होती है।
प्राथमिक मेमोरी प्रकृति में
अस्थिर है यानी
इसे वर्तमान जानकारी
को गति देने
के लिए निरंतर
बिजली की आपूर्ति
की आवश्यकता होती
है।
अस्थिर है यानी
इसे वर्तमान जानकारी
को गति देने
के लिए निरंतर
बिजली की आपूर्ति
की आवश्यकता होती
है।
प्राथमिक मेमोरी दो प्रकार
की होती है
की होती है
1. रैम (RAM)
2. रोम (ROM)
1. रैंडम एक्सेस मेमोरी (RAM)
– यह
आंतरिक मेमोरी है जिसे
पढ़ने के साथ–साथ लिखा
भी जा सकता
है। यह मेमोरी
अस्थिर मेमोरी (Volatile
Memory) है इसके लिए
विद्युत प्रवाह के निरंतर
प्रवाह की आवश्यकता
होती है।
– यह
आंतरिक मेमोरी है जिसे
पढ़ने के साथ–साथ लिखा
भी जा सकता
है। यह मेमोरी
अस्थिर मेमोरी (Volatile
Memory) है इसके लिए
विद्युत प्रवाह के निरंतर
प्रवाह की आवश्यकता
होती है।
2. रीड ओनली मेमोरी
(ROM) इस
मेमेारी में जो
भी डाटा एक
बार संग्रहित हो
जाता है, उसे बदला
नहीं जा सकता
है। इसलिए Data को
केवल पढ़ा और
इस्तेमाल किया जा
सकता है। इस
मेमोरी को नॉन–वोलेटाइल मेमोरी कहा
जाता है।
(ROM) इस
मेमेारी में जो
भी डाटा एक
बार संग्रहित हो
जाता है, उसे बदला
नहीं जा सकता
है। इसलिए Data को
केवल पढ़ा और
इस्तेमाल किया जा
सकता है। इस
मेमोरी को नॉन–वोलेटाइल मेमोरी कहा
जाता है।
कैश मेमोरी (Cache
Memory)
Memory)
कैश (Cache Memory) मेमोरी बेहद
तेज मेमोरी है
जिसे कंप्यूटर की
सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट में
बनाया गया है
या इसके बगल
में एक अलग
चिप लगी है।
सीपीयू कैश मेमोरी
का उपयोग उन
निर्देशों को संग्रहीत
करने के लिए
करता है जो
प्रोग्राम को चलाने
के लिए बार–बार आवश्यक
होते हैं।
तेज मेमोरी है
जिसे कंप्यूटर की
सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट में
बनाया गया है
या इसके बगल
में एक अलग
चिप लगी है।
सीपीयू कैश मेमोरी
का उपयोग उन
निर्देशों को संग्रहीत
करने के लिए
करता है जो
प्रोग्राम को चलाने
के लिए बार–बार आवश्यक
होते हैं।
स्टोरेज डिवाइस / सेकेंडरी मेमोरी
(secondary Memory)
सेकेंडरी मेमोरी को सेकेंडरी
स्टोरेज मेमोरी के रूप
में भी जाना
जाता है। यह
प्राइमरी मेमोरी से
धीमी और सस्ती
है। यह एक
स्थायी भंडारण उपकरण है।
स्टोरेज मेमोरी के रूप
में भी जाना
जाता है। यह
प्राइमरी मेमोरी से
धीमी और सस्ती
है। यह एक
स्थायी भंडारण उपकरण है।
उदाहरण
1. फ्लॉपी डिस्क
2. हार्ड डिस्क
3. कॉम्पैक्ट
डिस्क (सीडी)
डिस्क (सीडी)
4. डिजिटल वीडियो डिस्क (डीवीडी)
5. पेन ड्राइव (पी.डी.)
6. मेमोरी कार्ड आदि।
हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर
में अन्तर (Concept of
Hardware & Software)
एक कंप्यूटर हार्डवेयर और
सॉफ्टवेयर का एक
संयोजन है। ये
दोनों संयुक्त रूप
से काम करते
हैं और कंप्यूटर
को इसके लिए
निर्देश देते हैं।
सॉफ्टवेयर का एक
संयोजन है। ये
दोनों संयुक्त रूप
से काम करते
हैं और कंप्यूटर
को इसके लिए
निर्देश देते हैं।
हार्डवेयर (Hardware) –
कम्प्यूटर के वे
पार्टस जिन्हे हम छू
सकते है हार्डवेयर
कहलाते है जैसे
कीबोर्ड, माउस, मॉनिटर और
प्रिंटर आदि
पार्टस जिन्हे हम छू
सकते है हार्डवेयर
कहलाते है जैसे
कीबोर्ड, माउस, मॉनिटर और
प्रिंटर आदि
सॉफ्टवेयर (Software)
सॉफ्टवेयर (Software) कंप्यूटर प्रोग्राम,
प्रक्रिया और संबंधित
डेटा का एक
संग्रह है जो
कंप्यूटर को यह
बताने के लिए
निर्देश प्रदान करता है
कि यह क्या
और कैसे करता
है। एक सॉफ्टवेयर
उपयोगकर्ता और कंप्यूटर
के बीच एक
इंटरफेस है। यह
निर्देशों और कार्यक्रमों
का एक समूह
है जो हार्डवेयर
को कमांड देने
के लिए उपयोग
किया जाता है।
प्रक्रिया और संबंधित
डेटा का एक
संग्रह है जो
कंप्यूटर को यह
बताने के लिए
निर्देश प्रदान करता है
कि यह क्या
और कैसे करता
है। एक सॉफ्टवेयर
उपयोगकर्ता और कंप्यूटर
के बीच एक
इंटरफेस है। यह
निर्देशों और कार्यक्रमों
का एक समूह
है जो हार्डवेयर
को कमांड देने
के लिए उपयोग
किया जाता है।
सॉफ्टवेयर को दो
प्रमुख श्रेणियों में विभाजित
किया जा सकता
है –
प्रमुख श्रेणियों में विभाजित
किया जा सकता
है –
1. सिस्टम सॉफ्टवेयर (System
Software)
Software)
2. एप्लीकेशन
सॉफ्टवेयर (Application Software)
सॉफ्टवेयर (Application Software)
1. सिस्टम सॉफ्टवेयर (System
Software)
Software)
यह उपयोगकर्ता और कंप्यूटर
के घटक के
बीच इंटरफेस भी
प्रदान करता है।
सिस्टम सॉफ्टवेयर के कुछ
सामान्य उदाहरण सभी ऑपरेटिंग
सिस्टम हैं जैसे
WINDOW, LINEX, UNIX, ANDROID आदि।
के घटक के
बीच इंटरफेस भी
प्रदान करता है।
सिस्टम सॉफ्टवेयर के कुछ
सामान्य उदाहरण सभी ऑपरेटिंग
सिस्टम हैं जैसे
WINDOW, LINEX, UNIX, ANDROID आदि।
2. एप्लीकेशन
सॉफ्टवेयर (Application Software)
सॉफ्टवेयर (Application Software)
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर एक कंप्यूटर
सॉफ्टवेयर है जिसे
उपयोगकर्ता को कार्य
करने में मदद
करने के लिए
डिजाइन किया गया
है। यह विशिष्ट
उपयोगों या अनुप्रयोगों
के लिए डिजाइन
किए गए निर्देशों
या कार्यक्रमों का
एक समूह है,
जो उपयोगकर्ता को
कंप्यूटर के साथ
बातचीत करने में
सक्षम बनाता है।
एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर को अंतिम
उपयोगकर्ता प्रोग्राम भी कहा
जाता है जैसे
– एम.एस.वर्ड,
एक्सेल, पावर प्वाइंट,
टैली, गेम्स और
वे सभी सॉफ्टवेयर
जिन पर हम
काम करते हैं
।
Application Software कहलाते
हैं।
सॉफ्टवेयर है जिसे
उपयोगकर्ता को कार्य
करने में मदद
करने के लिए
डिजाइन किया गया
है। यह विशिष्ट
उपयोगों या अनुप्रयोगों
के लिए डिजाइन
किए गए निर्देशों
या कार्यक्रमों का
एक समूह है,
जो उपयोगकर्ता को
कंप्यूटर के साथ
बातचीत करने में
सक्षम बनाता है।
एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर को अंतिम
उपयोगकर्ता प्रोग्राम भी कहा
जाता है जैसे
– एम.एस.वर्ड,
एक्सेल, पावर प्वाइंट,
टैली, गेम्स और
वे सभी सॉफ्टवेयर
जिन पर हम
काम करते हैं
।
Application Software कहलाते
हैं।
संख्या प्रणाली (NUMBER
SYSTEMS)
कंप्यूटर आपकी भाषा
को नहीं समझ
पाता है कि
आप इनपुट के
रूप में क्या
देते हैं। इनपुट
को एक रूप
में परिवर्तित किया
जाता है ताकि
कंप्यूटर इसे समझने
में सक्षम हो।
एक कंप्यूटर केवल
स्थितीय संख्या प्रणाली को
समझ सकता है।
को नहीं समझ
पाता है कि
आप इनपुट के
रूप में क्या
देते हैं। इनपुट
को एक रूप
में परिवर्तित किया
जाता है ताकि
कंप्यूटर इसे समझने
में सक्षम हो।
एक कंप्यूटर केवल
स्थितीय संख्या प्रणाली को
समझ सकता है।
निम्नलिखित
कम्प्यूटर संख्या (NUMBER
SYSTEMS) प्रणाली यहाँ दी
गई है
कम्प्यूटर संख्या (NUMBER
SYSTEMS) प्रणाली यहाँ दी
गई है
1. बाइनरी नंबर सिस्टम
(BINARY NUMBER SYSTEMS)
(BINARY NUMBER SYSTEMS)
बाइनरी नंबर सिस्टम
में केवल दो
अंक होते हैं
0 और 1. सभी डेटा
0 और 1 के रूप
में परिवर्तित होते
हैं और बाइनरी
नम्बर सिस्टम पर
डिजिटल कंप्यूटर काम करते
हैं। बाइनरी नंबर
सिस्टम का बेस
2 है।
में केवल दो
अंक होते हैं
0 और 1. सभी डेटा
0 और 1 के रूप
में परिवर्तित होते
हैं और बाइनरी
नम्बर सिस्टम पर
डिजिटल कंप्यूटर काम करते
हैं। बाइनरी नंबर
सिस्टम का बेस
2 है।
2. दशमलव संख्या प्रणाली (DECIMAL NUMBER
SYSTEMS)
SYSTEMS)
दशमलव संख्या प्रणाली में
एक संख्या का
प्रतिनिधित्व करने के
लिए 8 प्रतीक हैं।
इसलिए इस संख्या
प्रणाली का आधार
10 है और अंकों
का उपयोग 0 से
9 तक किया जाता
है।
एक संख्या का
प्रतिनिधित्व करने के
लिए 8 प्रतीक हैं।
इसलिए इस संख्या
प्रणाली का आधार
10 है और अंकों
का उपयोग 0 से
9 तक किया जाता
है।
3. ऑक्टल नंबर सिस्टम
(OCTAL NUMBER SYSTEMS)
(OCTAL NUMBER SYSTEMS)
इस संख्या प्रणाली में
एक संख्या का
प्रतिनिधित्व करने के
लिए 8 प्रतीक हैं।
इसका बेस (आधार)
8 है और इसमें
अंक 0 से 7 तक
उपयोग किए जाते
हैं।
एक संख्या का
प्रतिनिधित्व करने के
लिए 8 प्रतीक हैं।
इसका बेस (आधार)
8 है और इसमें
अंक 0 से 7 तक
उपयोग किए जाते
हैं।
4. हेक्साडेसिमल
नंबर सिस्टम (HEXADECIMAL
NUMBER SYSTEMS)
नंबर सिस्टम (HEXADECIMAL
NUMBER SYSTEMS)
इस संख्या प्रणाली में
16 अंक उपलब्ध हैं। ये
0 से 9 और A
से F हैं,
जहां A 10 को
दर्शाता है, B
11 को दर्शाता है,
C 12 को दर्शाता
है, D 13, E14
और F 15 को
दर्शाता है
इस संख्या प्रणाली में
16 अंक हैं इसलिए
इसका बेस (आधार)
16 होता है।
16 अंक उपलब्ध हैं। ये
0 से 9 और A
से F हैं,
जहां A 10 को
दर्शाता है, B
11 को दर्शाता है,
C 12 को दर्शाता
है, D 13, E14
और F 15 को
दर्शाता है
इस संख्या प्रणाली में
16 अंक हैं इसलिए
इसका बेस (आधार)
16 होता है।
Unit of Computer Memory measurement
Bit – The smallest unit of data. is is either 0 or 1
Nible – A group of 4 bits
Byte – A group of 8 bits
Megabyte (MB)-1Mb = 1024
Kb
Kb
Gigabyte (GB)- 1 GB = 1024MB
Terabyte (TB)- 1TB = 1024GB
Thank you for reading Next Post – CCC Series -2