IMPORTANT SHORT NOTES CCC IN HINDI
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CCC EXAM SUCCESS SERIES-1 |
खुशखबरीहॉ दोस्तों आपके लिए बहुत बड़ी खुशखबरी है क्योंकि आज से आप मेरी पोस्ट के माध्यम सेCCCमें अक्सर पूछे जाने वाले Contents को पढ़गें और मैं निश्चित रूप से यह कहता हूँकि अगर आप मेरी सी0सी0सी0 सीरीज की सभी पोस्टों
को रीड कर लेगें तो आप 100% सी0सी0सी0 परीक्षा को पास कर लेगें साथ ही साथ अक्सर नौकरियों की परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों को भी आप आसानी से हल कर लेगें एवं कम्प्यूटर का बेसिक ज्ञान भी अवश्य हो जायेंगा। इसके आलावा अगर आपको कोई और जानकारी कम्प्यूटर से सम्बन्धित जाननी हो तो कमेन्ट जरूर करें मैं अपनी अगली पोस्ट में उसके बारे में भी लिखुंगा एवं आप मेरे इस ब्लाग को फालों भी जरूर करें ताकि मेरी अगलीCCC– 2 सीरीज के बारे में आपको नोटिफिकेशन मिलती रहें।
CCC SERIES[CHAPPTER-1]
कम्प्यूटरका परिचय
(Introduction of Computer)
हॉ दोस्तों इस चैप्टर सेCCCमें बहुत सारे प्रश्न पूछे जाते है जिनके बारे में मैं विस्तार से अपनी पोस्ट में लिख रहा हूँ–
कम्प्यूटर शब्द की उत्पत्ति कहॉ से हुई?
कम्प्यूटर शब्द की उत्पत्तिलैटिन भाषा के कम्प्यूट शब्दसे हुई जिसका अर्थ है कैलकुलेशन तो हम कह सकते है कि कम्प्यूटर गणना करने वाली एक मशीन है इसे हिन्दी में संगणक कहा जाता है।
कम्प्यूटर बना है?
कम्प्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर का Combination है अर्थात कम्प्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर से मिलकर बना है।
Generation of Computer
इससे सम्बन्धित प्रशन भी पूछे जाते है जिसमें किसी भी एक जनरेशन के बारे में पूछा जाता है।
1 . First Generation The period of first generation : 1942-1954. Vaccum tube based.
2 Second Generation The period of second generation : 1952-1964. Transistor based.
3 Third Generation The period of third generation : 1964-1972. Integrated Circuit based.
4 Fourth Generation The period of fourth generation : 1972-1990. VLSI microprocessor
5 Fifth Generation The period of fifth generation : 1990-onwards.ULSI microprocessor based
कंप्यूटर में तीन मुख्य घटक होते हैं–
1. इनपुट और आउटपुट यूनिट
2. सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (सीपीयू)
3. मेमोरी यूनिट
उपयोगकर्ता के लिए कंप्यूटर के साथ संवाद करने के लिए इनपुट और आउटपुट डिवाइस की आवश्यकता होती है। इनपुट
डिवाइस के माध्यम से हम कंप्यूटर सिस्टम में डेटा इंसर्ट करते हैं और आउटपुट डिवाइस के माध्यम से हम इनपुट डाटा का रिजल्ट प्राप्त करते है।
Central Processing Unit (CPU)
सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (CPU) एक कंप्यूटर सिस्टम का हिस्सा है जो सिस्टम के बुनियादी अंकगणितीय, तार्किक और इनपुट/आउटपुट संचालन करने के लिए कंप्यूटर प्रोग्राम के निर्देश को पूरा करता है। CPU को कंप्यूटर के मस्तिष्क के रूप में भी जाना जाता है। CPUकी गति का उपयोग माइक्रो प्रोसेसर के प्रकार पर निर्भर करता है और इसे मेगा हर्ट्ज (मेगाहर्ट्ज) में मापा जाता है
अर्थमैटिक लॉजिक यूनिट(ALU)
Computer में एक अर्थमैटिक लॉजिक यूनिट (ALU)एक डिजिटल सर्किट है जो अंकगणित और तार्किक संचालन करता है।
नियंत्रण इकाई(Control Unit)
कंट्रोल यूनिट एक कंप्यूटर सिस्टम के इनपुट और आउटपुट डिवाइस को समन्वयित करता है। अर्थात इस यूनिट के द्वारा हम कम्प्यूटर से जुड़े हुए कंपोनन्ट के कार्य को नियंत्रित करते है।
Memory Unit (MU)
यह Memory अस्थायी या स्थायी आधार पर कार्यक्रमों या डेटा को संग्रहीत करने के लिए जिम्मेदार है। इसमें प्राथमिक मेमोरी (Primary Memory)और सेकेंडरी मेमोरी (Secondary Memory) है। जिस इनपुट डेटा को प्रोसेस करना है उसे प्रोसेसिंग से
पहले मुख्य मेमोरी में लाया जाता है।
INPUT DEVICE
एक इनपुट डिवाइस हार्डवेयर डिवाइस है जो कंप्यूटर सिस्टम में डेटा भेजता है। इन उपकरणों का उपयोग इनपुट डेटा के लिए किया जाता है और विभिन्न प्रकार के इनपुट उपकरणों से सीपीयू द्वारा निर्देशों को स्वीकार किया जाता है। उदाहरण –
KEYBOARD, MOUSE, JOYSTICS, LIGHT PEN,GRAPHICS TABLET TOUCH SCREEN,TOUCHPAD,TRACKBALL,SCANNER MICR( Magnetic Ink Character Recognition), OCR (Optical Character Recognition),OMR (Optical Mark reader)
Barcode Reader, Microphone, Microphone (MIC), Digital Camera Biometric Sensor
एक आउटपुट डिवाइस कंप्यूटर हार्डवेयर उपकरणों का एक हिस्सा है, जिसका उपयोग डेटा प्रोसेसिंग के परिणाम को संप्रेषित करने के लिए किया जाता है आउटपुट डिवाइस उपयोगकर्ता द्वारा किए गए विभिन्न ऑपरेशनों का परिणाम है। कुछ उपकरण, जिनका उपयोग संसाधित परिणाम या आउटपुट को प्रदर्शित करने के लिए किया जाता है उदाहरण–
Monitor, Printer, Plotter, Speaker, Headphone, Projector etc.
कंप्यूटर मेमोरी कंप्यूटर सिस्टम में सबसे महत्वपूर्ण तत्वों में से एक है। यह आंतरिक या बाहरी भंडारण क्षेत्र है, जो बाइनरी नंबर के रूप में प्रसंस्करण के दौरान डेटा और निर्देश को रखता है। कंप्यूटर मेमोरी को दो भागों में वर्गीकृत किया जा सकता
है –
1. प्राथमिक मेमोरी (Main Memory) और
2. माध्यमिक मेमोरी(Secondary Memory)
प्राथमिक मेमोरी (Main Memory)
इसे मुख्य मेमोरी के रूप में भी जाना जाता है। यह डेटा और निर्देशों को रखने के लिए कंप्यूटर द्वारा उपयोग की जाने वाली आंतरिक भंडारण मेमोरी है। प्राथमिक मेमोरी में भंडारण क्षमता सीमित होती है। प्राथमिकमेमोरीप्रकृतिमें अस्थिरहैयानी इसेवर्तमानजानकारी कोगतिदेने केलिएनिरंतर बिजलीकीआपूर्ति कीआवश्यकताहोती है।
प्राथमिक मेमोरी दो प्रकार की होती है
1. रैंडम एक्सेस मेमोरी (RAM) – यह आंतरिक मेमोरी है जिसे पढ़ने के साथ–साथ लिखा भी जा सकता है। यह मेमोरी अस्थिर मेमोरी(Volatile Memory)है इसके लिए विद्युत प्रवाह के निरंतर प्रवाह की आवश्यकता होती है।
2.रीड ओनली मेमोरी (ROM)इस मेमेारी में जो भी डाटा एक बार संग्रहित हो जाता है, उसेबदला नहीं जा सकता है। इसलिए Data को केवल पढ़ा और इस्तेमाल किया जा सकता है। इस मेमोरी कोनॉन–वोलेटाइलमेमोरी कहा जाता है।
कैश मेमोरी (Cache Memory)
कैश (Cache Memory) मेमोरी बेहद तेज मेमोरी है जिसे कंप्यूटर की सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट में बनाया गया है या इसके बगल
में एक अलग चिप लगी है। सीपीयू कैश मेमोरी का उपयोग उन निर्देशों को संग्रहीत करने के लिए करता है जो प्रोग्राम को चलाने के लिए बार–बार आवश्यक होते हैं।
स्टोरेज डिवाइस / सेकेंडरी मेमोरी (secondary Memory)
सेकेंडरी मेमोरी को सेकेंडरी स्टोरेज मेमोरी के रूप में भी जाना जाता है। यह प्राइमरी मेमोरीसे धीमी और सस्ती है। यह एक
स्थायी भंडारण उपकरण है। उदाहरण
1. फ्लॉपी डिस्क
2. हार्ड डिस्क
3. कॉम्पैक्ट डिस्क (सीडी)
4. डिजिटल वीडियो डिस्क (डीवीडी)
5. पेन ड्राइव (पी.डी.)
6. मेमोरी कार्ड आदि।
हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर में अन्तर (Concept of Hardware & Software)
एक कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर का एक संयोजन है। ये दोनों संयुक्त रूप से काम करते हैं और कंप्यूटर को इसके लिए
निर्देश देते हैं।
कम्प्यूटर के वे पार्टस जिन्हे हम छू सकते है हार्डवेयर कहलाते है जैसे कीबोर्ड, माउस, मॉनिटर और प्रिंटर आदि
सॉफ्टवेयर (Software) कंप्यूटर प्रोग्राम, प्रक्रिया और संबंधित डेटा का एक संग्रह है जो कंप्यूटर को यह बताने के लिए निर्देश प्रदान करता है कि यह क्या और कैसे करता है। एक सॉफ्टवेयर उपयोगकर्ता और कंप्यूटर के बीच एक इंटरफेस है। यह निर्देशों और कार्यक्रमों का एक समूह है जो हार्डवेयर को कमांड देने के लिए उपयोग किया जाता है।
सॉफ्टवेयर को दो प्रमुख श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है –
1. सिस्टम सॉफ्टवेयर (System Software)
2. एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर (Application Software)
1. सिस्टम सॉफ्टवेयर (System Software)
यह उपयोगकर्ता और कंप्यूटर के घटक के बीच इंटरफेस भी प्रदान करता है। सिस्टम सॉफ्टवेयर के कुछ सामान्य उदाहरण सभी ऑपरेटिंग सिस्टम हैं जैसे WINDOW, LINEX, UNIX, ANDROID आदि।
2. एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर (Application Software)
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर एक कंप्यूटर सॉफ्टवेयर है जिसे उपयोगकर्ता को कार्य करने में मदद करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह विशिष्ट उपयोगों या अनुप्रयोगों के लिए डिजाइन किए गए निर्देशों या कार्यक्रमों का एक समूह है, जो उपयोगकर्ता को कंप्यूटर के साथ बातचीत करने में सक्षम बनाता है।
एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर को अंतिम उपयोगकर्ता प्रोग्राम भी कहा जाता है जैसे – एम.एस.वर्ड, एक्सेल, पावर प्वाइंट, टैली, गेम्स और वे सभी सॉफ्टवेयर जिन पर हम काम करते हैं। Application Software कहलाते हैं।
संख्या प्रणाली (NUMBER SYSTEMS)
कंप्यूटर आपकी भाषा को नहीं समझ पाता है कि आप इनपुट के रूप में क्या देते हैं। इनपुट को एक रूप में परिवर्तित किया
जाता है ताकि कंप्यूटर इसे समझने में सक्षम हो।
एक कंप्यूटर केवल स्थितीय संख्या प्रणाली को समझ सकता है। निम्नलिखित कम्प्यूटरसंख्या (NUMBER SYSTEMS)प्रणालीयहाँदी गईहै
1. बाइनरी नंबर सिस्टम (BINARY NUMBER SYSTEMS)
बाइनरी नंबर सिस्टम में केवल दो अंक होते हैं 0 और 1. सभी डेटा 0 और 1 के रूप में परिवर्तित होते हैं और बाइनरी नम्बर सिस्टम पर डिजिटल कंप्यूटर काम करते हैं। बाइनरी नंबर सिस्टम का बेस 2 है।
2. दशमलव संख्या प्रणाली (DECIMAL NUMBER SYSTEMS)
दशमलव संख्या प्रणाली में एक संख्या का प्रतिनिधित्व करने के लिए 8 प्रतीक हैं। इसलिए इस संख्या प्रणाली का आधार 10 है और अंकों का उपयोग 0 से 9 तक किया जाता है।
3. ऑक्टल नंबर सिस्टम (OCTAL NUMBER SYSTEMS)
इस संख्या प्रणाली में एक संख्या का प्रतिनिधित्व करने के लिए 8 प्रतीक हैं। इसका बेस (आधार) 8 है और इसमें अंक 0 से 7 तक उपयोग किए जाते हैं।
4. हेक्साडेसिमल नंबर सिस्टम (HEXADECIMAL NUMBER SYSTEMS)
इस संख्या प्रणाली में 16 अंक उपलब्ध हैं। ये 0 से 9 और A से F हैं, जहां A 10 को दर्शाता है, B 11 को दर्शाता है, C 12 को दर्शाता है, D 13, E14 और F 15 को दर्शाता है इस संख्या प्रणाली में 16 अंक हैं इसलिए इसका बेस (आधार) 16 होताहै।
Unit of Computer Memory measurement
Bit -The smallest unit of data. is is either 0 or 1
Nible – A group of 4 bits
Byte -A group of 8 bits
Kilobyte (KB)- 1Kb = 1024 bytes
Megabyte (MB)-1Mb = 1024
Gigabyte (GB)-1 GB = 1024MB
Terabyte (TB)-1TB = 1024GB