जाने Bank IFSC Code मे दिये गए 11 अंको का क्या मतलब होता है? – IFSC Code : आज इंटरनेट की इस दुनिया में सब कुछ बदल चुका है। अब आप एक ही जगह बैठकर किसी को भी आराम से मोबाइल के माध्यम से एक सेकंड मे ही ऑनलाइन पैसे को दूसरे के बैंक खाते मे ट्रांसफर कर सकते हैं, लेकिन अगर आप ऑनलाइन मोड़ से किसी के बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर करते हैं तो इसमें आपको उसके बैंक के IFSC कोड की जरूरत पड़ती
है।
लेकिन क्या आप जानते है कि IFSC कोड क्या है? अगर नहीं तो आपको बता दे कि RBI की तरफ से हर बैंक के लिए एक खास कोड तैयार किया जाता है जिसे IFSC कोड कहा जाता है। इसका इस्तेमाल NEFT और RTGS के जरिए ऑनलाइन पैसों
को ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है। आइये आज की इस पोस्ट मे हम आपको इसके बारे में विस्तार से बताते है।
IFSC Code का पूरा नाम
बैंक की पहचान सही से हो जाती है।
भारत में IFSC कोड कब पेश किया गया था?
IFSC (इंडियन फाइनेंशियल सिस्टम कोड) को 2008 में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा भारत में बैंकिंग प्रणाली को आधुनिक बनाने और सुव्यवस्थित करने के प्रयासों के तहत पेश किया गया था।
IFSC कोड मे दिये गए 11 अंको का क्या मतलब होता है ?
बैंक द्वारा जारी किया गया IFSC कोड 11 अंकों का होता है। इस कोड के पहले 4 अंक बैंक के नाम के बारे में बताते है। जबकि इसका पांचवा अंक 0 होता है, जो भविष्य में इस्तेमाल करने के लिए रिज़र्व किया जाता है। इसके आखिर के 6 अंक बैंक की शाखा के बारे में जानकारी देते है। जैसे कि नीचे एक बैंक का IFSC कोड दिया गया है जिसे समझते है:
PUNB0055000
PUNB – ये शुरआत के 4 अंक है जो बैंक के बारे में बताते है कि ये पंजाब नेशनल बैंक का IFSC कोड है।
0 – इसका पांचवा अंक शून्य है।
055000 – अंत के 6 अंक बैंक की शाखा (Mumbai Andheri West) की जानकारी देते है।
किसी बैंक का IFSC Code कैसे पता करे?
IFSC कोड, चेकबुक या बैंक पासबुक पर मिल जाता है. इसके अलावा, बैंक के मोबाइल बैंकिंग ऐप से भी IFSC कोड का पता लगाया जा सकता है. अगर इन तरीकों से IFSC कोड का
पता नहीं चल पा रहा है, तो ऑनलाइन भी IFSC कोड का पता लगाया जा सकता है. इसके लिए, RBI या BankBazaar की वेबसाइट का इस्तेमाल किया जा सकता है.
RBI की वेबसाइट से IFSC कोड का पता लगाने के लिए, इन चरणों का पालन करें:
1. अपने मोबाइल या लैपटॉप के ब्राउज़र में www.rbi.org.in/Scripts/IFSCMICRDetails.aspx को खोलें.
2. बैंक का नाम ड्रॉपडाउन लिस्ट से चुनें.
3. ब्रांच का नाम डालें.
4. सर्च करें.
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
प्र०1 अगर ट्रांजेक्शन के दौरान गलत IFSC कोड डाल दिया तो क्या होगा ?
उ० अगर ट्रांज़ैक्शन के दौरान IFSC कोड गलत हो जाए, तो आपको घबराने की ज़रूरत नहीं है. आपको बस बैंक में जाकर इस बारे में जानकारी देनी चाहिए. ज़्यादातर मामलों में, आपका पैसा अपने-आप वापस आ जाता है. हालांकि, पैसा वापस आने में कुछ समय लग सकता है.
प्र०2 IFSC कोड गलत होने पर क्या होता है?
उ० यदि IFSC कोड बैंक की किसी भी IFSC शाखा से मेल नहीं खाता है, तो लेनदेन संभवतः अस्वीकार कर दिया जाएगा ।
प्र०3 क्या किसी बैंक के दो IFSC कोड हो सकते हैं?
उ० कोई भी दो शाखाएँ, भले ही वे एक ही बैंक की हों, एक ही कोड साझा नहीं करतीं। यह प्रत्येक शाखा के लिए अलग पहचान सुनिश्चित करता है, जिससे सुचारू इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर की सुविधा मिलती है।
NEFT और RTGS में क्या अंतर है तथा इनके द्वारा फण्ड ट्रान्सफर करने की न्यूनतम तथा अधिकतम सीमा क्या है
अंत मे,
आशा है की पूरी पोस्ट पढ़ने के बाद आपको IFSC Code के बारे मे पूरी जानकारी मिल गई होगी।
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