आज की इस पोस्ट मे हम पढेंगे की Depreciation क्या होता
है तथा इसके लगने के क्या कारण है आदि तो इसे जानने की लिए पूरी पोस्ट को ध्यान से
पढ़े.
What is Depreciation and its causes
व्यापार में व्यापारी
का मुख्य उद्देश्य लाभ कमाना होता है और इसके लिए वह अपने व्यापार में कुछ स्थायी
सम्पत्तिया जैसे :- बिल्डिंग, मशीन, फर्नीचर, आदि का प्रयोग करता है जिससे वह वर्तमान और
भविष्य में इन वस्तुओ से बहुत सालो तक लाभ कमा सके। लेकिन इन स्थायी सम्पतियो का
निंरतर प्रयोग होने के कारण इन सभी स्थायी सम्पतियो में घिसावट आ जाती है। जिसके
कारण इनके मूल्य मे प्रतिवर्ष कमी होती रहती है और इन्ही स्थायी सम्पत्तियो
के मूल्य में आने वाली कमी को Depreciation (ह्रास) कहा जाता है। क्योकि
प्रत्येक Fixed Assets की life होती है उस life की समाप्ति पर Assets की value शून्य
हो जाती है, इसे हम एक छोटे से उदाहरण की सहायता से समझते है मान लीजिये
आपने एक Chair खरीदी जिसकी कीमत 1000 रुपया है तथा उसकी life 5 वर्ष है तो प्रत्येक
वर्ष इसकी कीमत 200 रुपया कम होती जाएगी तथा 5 वर्ष पश्चात् इसकी value शून्य (0)
हो जाएगी अर्थात उसकी मार्किट value न के बराबर होगी इसे ही उस Assets की Depreciation value कहा जाता है, Depreciation
को अंतिम खातो (Final Account) में लाभ -हानि खाते में
लिखा जाता है इसे एक
प्रकार का व्यय (Expenses) माना गया है।
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अब यह भी समझते है
की क्या कारण होते है Fixed Assets पर Depreciation लगने के:-
Depreciation के 3 प्रमुख कारण
इस प्रकार से है
:-
1.
नए-नए
अविष्कार होने के कारण :- किसी स्थायी
संपत्ति के मूल्यह्रास का एक कारण यह भी है। क्योकि वर्तमान युग आधुनिक युग है
जहाँ पर प्रतिदिन नए – नए अविष्कार होते रहते है। ऐसे में यदि किसी मशीनरी का नया
मॉडल बाजार में आ जाता है तो ऐसे में पुरानी मशीनरी को निकाल दिया जाता है जिससे
वह उपयोग में नहीं आती है और उस मशीन पर मूल्यह्रास की गणना की जाती है।
2. निरंतर प्रयोग के कारण :-
व्यवसाय में किसी
स्थायी संपत्ति के मूल्यह्रास का एक कारण यह भी है क्योकि मशीनरी, फर्नीचर, आदि का निरंतर
उपयोग होता है। जिसके कारण धीरे – धीरे उनकी उपयोगिता नष्ट हो जाती है और वह कुछ
काम की नहीं रहती है।
3. समय व्यतीत होने के कारण :-
व्यवसाय में कुछ
सम्पत्तिया ऐसी भी होती है। जैसे :- कॉपीराइट, पेटेंट, आदि। ये ऐसी सम्पत्तिया होती है। जिनका मूल्य
एक समय बीतने के पश्चात कम हो जाता है। और प्रतिवर्ष इनके मूल्य में कमी आती जाती
है। जिससे इन सम्पत्तियो पर मूल्यह्रास लगाया जाता है।
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अंत में :-
आशा
है की पूरी पोस्ट पढने के बाद आपको पता चल गया होगा की Depreciation क्या होता है तथा इसके क्या कारण
है, अगर पोस्ट पसंद आई हो तो शेयर /कमेंट्स जरूर करे.