Difference between Mangal Typing and kruti Dev Typing in [Hindi]
जायदातर स्टूडेंट्स मुझसे एक सवाल पूछते है की सर Mangal Typing and kruti Dev Typing में क्या अंतर है तो आज की इस पोस्ट के माध्यम से Mangal Typing and kruti Dev Typing में क्या अंतर है ? होता है वह मैंने बताने की कोशिश की है मुझे आशा है। की इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपको दोनों में अंतर पता चल जायगे।
Mangal Typing [मंगल टाइपिंग]
Kruti Dev Typing [कृति देव टाइपिंग ]
जैसे – kruti Dev १०, kruti Dev१६ , kruti Dev ४५, kruti Dev ४० इत्यादि।उत्तर प्रदेश के कुछ विभागों में ही इस
फॉण्ट पे टाइपिंग की जाती है। इसलिए उत्तर प्रदेश की सरकारी विभागों में इस टाइपिंग की डिमांड होती है। जैसे – उत्तर प्रदेश कारपोरेशन, UPSSSC इत्यादि।
Increase Typing Speed in minimum time [कम समय में टाइपिंग स्पीड कैसे बढ़े]Difference between Mangal Typing and kruti Dev Typing
[मंगल टाइपिंग और कृति देव टाइपिंग में अंतर ]
इसके विपरीत अगर आपने मंगल भाषा में टाइप कर पैराग्राफ भेजा है तो कोई जरूरत नहीं है जैसा अपने पैराग्राफ भेजा है उसे वैसे ही नज़र आएगा क्योकि हमारे कम्पुयटर में सभी कंट्रीस की भाषा डिफ़ॉल्ट रूप से पहले से ही स्टोर होती है जिसे हम मोबाइल में भी रीड कर सकते है क्योकि मोबाइल में भी सभी कंट्रीस की भाषा पहले ही स्टोर होती है इसलिए हम मोबाइल से
आसानी से हिंदी भाषा में msz कर लेते है।
10 Differences between Kruti Dev and Mangal Fonts
2- मंगल फ़ॉन्ट के लिए देवनागरी नाम के विशेष लेआउट की आवश्यकता होती है, जबकि कृति देव को विशेष लेआउट की आवश्यकता नहीं होती है
फिर आई लिखना होगा
७- कृति देव फ़ॉन्ट की तुलना में मंगल फ़ॉन्ट में वर्ण कम हैं।
८- कृति देव फॉण्ट की तुलना में मंगल फॉण्ट में टाइपिंग आसानी से तथा कम समय में सीखी जा सकती है।
१०- मंगल टाइपिंग में हिंदी के कोड कम है जबकि कृति देव में अत्यधिक कोड है जैसे ऊ मंगल टाइपिंग में कीबोर्ड से ही बन जाता है जबकि कृति देव फॉण्ट में इसे बनाने के लिए हमे Alt + 0197 का प्रयोग करना पड़ता है.
अंत में
आशा है की अब आपको Mangal Typing and kruti Dev Typing में क्या अंतर है समझ में आ गया होगा।