Cloud Computing क्लाउड कंप्यूटिंग
समय के साथ-साथ technology मे भी काफी परिवर्तन हुए जिसमे से एक Cloud Computing भी है यह एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जिसमें data और program को इंटरनेट में स्टोर और एक्सेस किया जाता है.
दूसरे शब्दों में कहें तो, “क्लाउड कंप्यूटिंग एक तकनीक है जिसके द्वारा data या information को इन्टरनेट की सहायता से स्टोर, मैनेज और retrieve किया जाता है.”
क्लाउड कंप्यूटिंग एक प्रकार की डिलीवरी होती है जिसमे इंटरनेट पर होस्ट की गई सेवाएं (service) शामिल है।
क्लाउड कंप्यूटिंग में कई प्रकार के resources शामिल होते है जिसमे कि – डेटा स्टोरेज, सर्वर, डेटाबेस, नेटवर्किंग, और एप्लीकेशन।
जब हम कोई data कंप्यूटर में स्टोर करते हैं तो वह हम हार्ड डिस्क में स्टोर करते हैं परन्तु क्लाउड कंप्यूटिंग मे हम अपने data को cloud में स्टोर कर सकते हैं.
Cloud जिसे हम हिंदी में बादल कहते है; ये cloud informatics data से भरे रहते है।जो बादल आसमान में होते है उनमें पानी भरा रहता है जबकि क्लाउड में ‘digital data’ भरा रहता है ये cloud कहाँ रहते है?-“बहुत ही बड़े कंप्यूटरों पर” जिन्हें server कहा जाता है।
उदाहरण के लिए – Facebook, Google में हम images और files को देखते है, ये सभी images और files क्लाउड पर store रहती है।
क्लाउड कंप्यूटिंग को विकसित करने के लिए हार्ड डिस्क, डेटाबेस और सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन का प्रयोग किया जाता है।
क्लाउड कंप्यूटिंग किसी बिज़नेस या फर्म के लिए काफी लोकप्रिय तकनीक है क्योकि इसमे खर्चा कम रहता है।
इस तकनीक में जो सेवाएं होती है वह प्राइवेट और पब्लिक दोनों हो सकती है।
क्लाउड कंप्यूटिंग के उदाहरण हैं:- Google cloud, Amazon aws आदि है।
Types of Cloud Computing
1- Public Cloud
पब्लिक क्लाउड वह क्लाउड होते है जो उपयोगकर्ता को इंटरनेट पर क्लाउड सेवा प्रदान करते है।
पब्लिक क्लाउड को third party (जैसे कि – Amazon, Microsoft और Google आदि) के द्वारा मैनेज किया जाता है।
Public Cloud का प्रयोग कोई भी व्यक्ति इंटरनेट की मदद से कर सकता है.
पब्लिक क्लाउड में pay-per-use के हिसाब से पैसे देने पड़ते है अर्थात् इसका आप जितना इस्तेमाल करते हैं आप को उतने ही पैसे देने पड़ते है.
यह उन लोगो के लिए बेहतर विकल्प है जिनके पास कम पैसा होता है। यह क्लाउड एक समय में एक से ज्यादा उपयोगकर्ता को सेवा प्रदान करता है।
पब्लिक क्लाउड के उदाहरण –Microsoft, Google और Windows Azure Services Platform आदि है।
2- Private Cloud
प्राइवेट क्लाउड वह होते है जो प्राइवेट इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम करते है। इसे internal cloud के नाम से भी जाना जाता है।
प्राइवेट क्लाउड वे क्लाउड होते है जिनका इस्तेमाल प्राइवेट कंपनी के द्वारा किया जाता है। प्राइवेट क्लाउड का इस्तेमाल कंपनी के द्वारा डेटा को मैनेज करने और अपने डेटा सेंटर बनाने के लिए किया जाता है।
इस क्लाउड को उपयोगकर्ता के द्वारा मैनेज किया जाता है और इसको क्लाउड सर्विस प्रोवाइडर कोई सेवाएं प्रदान नहीं करते।
इस क्लाउड को स्थान और मैनेजमेंट के आधार पर दो भागो में बाटा गया है:- पहला On-premise प्राइवेट क्लाउड और दूसरा Outsourced प्राइवेट क्लाउड।
3- Hybrid Cloud
हाइब्रिड क्लाउड पब्लिक और प्राइवेट क्लाउड का combination होता है अर्थात् यह पब्लिक क्लाउड और प्राइवेट क्लाउड
से मिलकर बना होता है। इस क्लाउड में पब्लिक और प्राइवेट क्लाउड दोनों की विशेषताए होती है।
हाइब्रिड क्लाउड के उदाहरण है – Gmail, Google Apps, Google Drive, और MS Office आदि.
4- Community Cloud
कम्युनिटी क्लाउड एक प्रकार का distributed system है इसे बहुत सारेंorganizations के द्वारा access किया जाता है और इसके द्वारा ये organizations आपस में data को share करती है।
इस क्लाउड को एक या एक से अधिक organization या थर्ड पार्टी के द्वारा मैनेज किया जाता है। सुरक्षा के मामले में यह क्लाउड अच्छे होते है।
दूसरे क्लाउड की तुलना में यह काफी सस्ते होते है। कम्युनिटी का उदाहरण – Health Care community cloud है.
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क्लाउड कंप्यूटिंग के लाभ
1- क्लाउड कंप्यूटिंग में डेटा को स्टोर करना और उसका बैकअप लेना आसान होता है।
2- इसमें जानकारी को शेयर करना आसान होता है।
3- इसमें यूजर इंटरनेट का इस्तेमाल करके दुनिया में कहीं से भी क्लाउड में स्टोर की गई जानकारी को एक्सेस कर सकता है।
4- क्लाउड कंप्यूटिंग में जिन सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर का इस्तेमाल किया जाता है उन्हें मेन्टेन करने में कम खर्चा आता है।
5- इसमें उपयोगकर्ता मोबाइल के माध्यम से डेटा को एक्सेस कर सकता है।
6- इसमें यूजर जिन सेवाओं को खरीदता है उसके लिए उसे केवल उन्ही के पैसे देने पड़ते है।
7 – यह यूजर के डेटा को सुरक्षित रखने के लिए फ़ायरवॉल का इस्तेमाल करता है जिसके कारण यूजर का डेटा सुरक्षित रहता है।
क्लाउड कंप्यूटिंग के नुकसान
में यदि हमारे पास एक अच्छा इंटरनेट कनेक्शन नहीं है तो हम डेटा और फाइलों को एक्सेस नहीं कर सकते ।
2- इसका सबसे बड़ा नुकसान है। इसमें अपनी सेवाओं को एक customer से दुसरे customer के पास ट्रांसफर करने के लिए कंपनी को कई समस्याओ का सामना करना पड़ता है।
3- क्लाउड कंप्यूटिंग को सर्विस प्रोवाइडर के द्वारा मैनेज और कण्ट्रोल किया जाता है जिसके कारण उपयोगकर्ता बहुत कम इसकी सेवाओं को कण्ट्रोल और एक्सेस कर
पाते है।
4- क्लाउड कंप्यूटिंग सुरक्षा के मामले में अच्छा होता है लेकिन इसके बावजूद इसमें डेटा को ट्रांसफर करते वक़्त hackers डेटा की चोरी कर सकते है।
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क्लाउड कंप्यूटिंग के उपयोग
इसका उपयोग निम्नलिखित जगहों पर किया जाता है:-
1- डेटा को ऑनलाइन स्टोर करने के लिए
क्लाउड कंप्यूटिंग का उपयोग क्लाउड स्टोरेज पर file , image और वीडियो को स्टोर करने के लिए किया जाता है। यह डेटा और फाइलों को क्लाउड स्टोरेज का एक्सेस प्रदान करता है।
इसके अलावा इसका उपयोग organization के द्वारा बड़ी मात्रा में डेटा को स्टोर और एक्सेस करने के लिए किया जाता है।
2- बैकअप लेने के लिए
इसका इस्तेमाल डेटा का बैकअप लेने के लिए किया जाता है। इसमें खोये हुए डेटा को दोबारा प्राप्त करने के लिए बहुत से टूल होते है जो खोये हुए डेटा को retrieve करते है।
3- डेटा एनालिसिस में
क्लाउड कंप्यूटिंग का इस्तेमाल बड़ी बड़ी कंपनियों के द्वारा स्टोर डेटा को analyze करने के लिए किया जाता है।
4- टेस्टिंग और डेवलपमेंट में
इसका इस्तेमाल किसी एप्लीकेशन को test और develop करने के लिए किया जाता है। इसमें एप्लीकेशन को विकसित करना और उसे टेस्ट करना बहुत ही आसान है.
5- ई-कॉमर्स में
क्लाउड कंप्यूटिंग का इस्तेमाल ई-कॉमर्स में किसी भी product के डेटा को ऑनलाइन स्टोर करने के लिए किया जाता है.
online product खरीदने और बेचने का एक फायदा यह भी है कि व्यापारी और customer दोनों direct एक दुसरे से जुड़ पाते है और कस्टमर को खुद दुकान में जाने की जरूरत नही पड़ती। सामान घर मे पहुंच जाता है।
6 – शिक्षा में
क्लाउड कंप्यूटिंग का इस्तेमाल शिक्षा में भी किया जाता है। जैसे इ-लर्निंग, डिस्टेंस प्रोग्राम लर्निंग , और स्टूडेंट इनफार्मेशन पोर्टल।
यह सभी कार्य क्लाउड कंप्यूटिंग के कारण सम्भव हो पाए है। इस तकनीक ने स्टूडेंट्स को नए तरीके से पढ़ाई करने के लिए एक बेहतर वातावरण प्रदान किया है जिसके कारण पढ़ाई करना अब और भी आसान हो गया है।
आज के समय में दुनिया के हर कोने में online शिक्षा दी जा रही है। जिसमे क्लाउड कंप्यूटिंग की बहुत बड़ी भूमिका है।
7- E-Governance में
आज क्लाउड कंप्यूटिंग का इस्तेमाल सभी सरकारी कामो को पूरा करने के लिए भी किया जाता है।
सरकार लोगों का data क्लाउड के अंदर ही save करके रखती है। जिससे कि बाद में उसे आसानी से एक्सेस किया जा सके। जैसे आधार कार्ड की सभी जानकारी हम इंटरनेट के द्वारा प्राप्त कर सकते हैं।
8 – मनोरंजन के क्षेत्र में
इसका इस्तेमाल मनोरंजन के क्षेत्र में भी किया जाता है। यह तकनीक विभिन्न मनोरंजन ऍप्लिकेशन्स जैसे ऑनलाइन गेम, और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग प्रदान करती है।
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अंत मे,
आशा है की पूरी पोस्ट पढ़ने के बाद आपको समझ मे आ गया होगा की Cloud Computing क्या होती है इसके फायदे क्या है और इसके जनक कौन है?
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