आज की इस पोस्ट में हम Sundry Debtors और Creditors के बीच में क्या अन्तर है के बारे में
पढेंगे की कौन सी पार्टीज Sundry Debtors कहलाती है तथा कौन सी Sundry Creditors
तो इससे समझने के लिए पूरी पोस्ट को ध्यान से पढ़े.
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Difference between Sundry Debtors and Sundry Creditors
Customer 2 प्रकार के होते है एक जो की सामान को नगद पैसे देकर खरीदता
है जिसे बुक में लिखने की आवश्यकता नहीं होती लेकिन दूसरे जो की सामान को उधार
खरीदते है की जब सामान बिक जायेगा तो वह पैसे हमें देंगे इस प्रकार के कस्टमर को
Sundry Debtors कहा जाता है इसी प्रकार से हम जब किसी फर्म से उधार सामान खरीदते
है तो उस फर्म को हमें पैसे देने होते है तो वह फर्म हमारा सप्लायर कहलाती है जिसे
की सामान बिक जाने पर पैसे देने होते है तो सप्लायर कंपनी हमारी Sundry Creditor
कहलाती है. Account मे Debtor (देनदार)
और creditors (लेनदार) कहलाते है। या यह कहे कि व्यापार में जिस
व्यक्ति, फर्म या कंपनी को माल (Goods) बेचा जाता है। वह व्यक्ति हमारा कस्टमर होता है कस्टमर
को ही Debtor (देनदार) कहा जाता है तथा जिस व्यक्ति, फर्म व कंपनी आदि से माल (Goods) खरीदा जाता है। वह व्यक्ति creditors (लेनदार) कहलाता
है।
Sundry Debtors and Sundry Creditors के लिए कौन सा Accounting
Voucher का प्रयोग किया जाता है
Tally में काम करते समय हम Sundry Debtors (Customer) की Entry को
Sales Voucher(F8) से करते है क्योकि हम Sundry Debtors (Customer) को सामान बेच(Sale)
कर रहे होते है. इसी प्रकार से हम Sundry Creditors (सप्लायर) की Entry को Purchase
Voucher(F9) से करते है क्योकि हम Sundry Credtors (सप्लायर) से सामान खरीद (Purchase)
कर रहे होते है.
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अन्त में
आशा है की पूरी पोस्ट पढने के बाद आपको Sundry
Debtors and Sundry Creditors के बीच
में अंतर समझ में आ गया होगा. अगर इस पोस्ट से सम्बंधित कोई भी सवाल हो तो पूछ
सकते है जल्द ही हमारी टीम आपके सवालों का जवाब आपको देगी.