What is Trial Balance in Hindi
प्रत्येक व्यापारिक लेन–देन का दोहरा प्रभाव होता है। इस प्रकार, लेखांकन की दोहरी प्रविष्टि प्रणाली के (Double Entry System) अनुसार प्रत्येक लेनदेन को दो अलग–अलग खातों में दर्ज किया जाता है ।
दोहरी प्रविष्टि लेखांकन सिद्धांत का अर्थ है कि प्रत्येक डेबिट के लिए एक समान क्रेडिट होता है।
इस प्रकार, इस सिद्धांत के अनुसार, सभी डेबिट का योग सभी क्रेडिट के योग के बराबर होता है। नतीजतन, यह माना जाता है कि डेबिट और क्रेडिट राशियों के संदर्भ में खाता बही (Ledger) खातों में पोस्ट किए गए लेनदेन सही हैं तो, लेखाकार (Accountant) या व्यवसाय का स्वामी पहले लेखांकन (Accountancy) की मूल बातों का पालन करते हुए जर्नल में लेनदेन को रिकॉर्ड करता है । फिर, जर्नल से प्रविष्टियाँ खाता बही में दर्ज की जाती हैं।
इसके अलावा, विभिन्न खाता बही खातों में क्लोजिंग डेबिट या क्रेडिट बैलेंस एक विशेष वर्ष के लिए व्यवसाय के ट्रायल बैलेंस में चला जाता है। इसलिए, ट्रायल बैलेंस मूल रूप से यह जांचने के लिए तैयार किया जाता है कि क्या खाता बही खातों में दर्ज डेबिट या क्रेडिट राशि सही है या नहीं ।
तो आज की इस पोस्ट में
हम जानेंगे की ट्रायल बैलेंस क्या है? टैली में ट्रायल बैलेंस को कैसे तैयार एवं
देखा जाता है? तो इसे समझने के
लिए पूरी पोस्ट को अंत तक पढ़े.
30 Tally Job Interview Questions and Answers in Hindi
ट्रायल बैलेंस क्या है? (What is Trial Balance )
ट्रायल बैलेंस में एक सारणीबद्ध प्रारूप (Format) होता है जो एक ही स्थान पर सभी लेजर के बैलेंस का
विवरण दिखाता है।
इसमें पूरे वर्ष के दौरान किए गए लेन-देन के
साथ-साथ बहीखाता के शुरुआती (Opening) और समापन (Closing) शेष शामिल हैं, क्योंकि प्रत्येक इकाई को एक विशेष अवधि में अपनी
वित्तीय स्थिति का मूल्यांकन करने की आवश्यकता होती है।
ट्रायल बैलेंस एक ही स्थान पर डेबिट और क्रेडिट
बैलेंस दोनों के साथ सभी खातों की सूची दिखाता है जिससे एक ही स्थान पर ऐसी समय
अवधि के दौरान दर्ज की गई स्थिति और लेनदेन का विश्लेषण करने में मदद मिलती है।
ट्रायल बैलेंस के अंतर्गत
दो पहलु होते है इनकम और दूसरा एक्स्पेंसेस, ट्रायल बैलेंस में सभी इनकम Cr. साइड में तथा सभी
एक्स्पेंसेस Dr. साइड में दिखाए जाते है.
ट्रायल बैलेंस विभिन्न खाता बही खातों में दर्ज डेबिट और क्रेडिट राशियों की सटीकता की जांच करने की एक तकनीक है। यह मूल रूप से एक बयान है जो खाता बही के विभिन्न खातों में दर्ज कुल डेबिट और क्रेडिट बैलेंस को प्रदर्शित करता है।
तदनुसार, ट्रायल बैलेंस को विभिन्न लेन–देन की सटीकता की जांच करने के लिए तैयार किया जाता है जो कि खाता बही (Ledger) में पोस्ट किए जाते हैं। यह निश्चित रूप से महत्वपूर्ण लेखांकन उपकरणों में से एक है क्योंकि यह सभी खातों की अंतिम स्थिति को प्रकट करता है। इसके अलावा, इसका उपयोग व्यवसाय के अंतिम लेखांकन विवरण
(Final Account) तैयार करने में किया जाता है।
आमतौर
पर, ट्रायल बैलेंस एक लेखा वर्ष के अंत में तैयार किया जाता है। हालाँकि, कोई व्यवसाय किसी विशिष्ट अवधि के अंत में ट्रायल बैलेंस तैयार करना चुन सकता है। यह आवश्यकता के अनुसार प्रत्येक माह, तिमाही, अर्ध वर्ष या एक वर्ष के अंत में हो सकता है।
8 Important Benefits and Objective of Accounting (Tally) in Hindi
Difference between Accounts Only and Accounts with Inventory in Tally in Hindi
Steps of Crete and Print Trial Balance in Tally
टैली सॉफ्टवेयर के अंतर्गत ट्रायल बैलेंस अपने आप हमारे द्वारा पोस्ट किये
गए ledger के अनुसार अपने आप बनती जाती है.
How to See Trial Balance Details and Print in Tally
टैली में ट्रायल बैलेंस को देखने और उसकी डिटेल्स को प्रिंट करने के
स्टेप्स निम्न है :-
1. सबसे पहले टैली सॉफ्टवेयर को खोले.
2. इसके बाद उस कंपनी को खोले जिसका आपको ट्रायल बैलेंस देखना अथवा
प्रिंट करना है जैसे यहाँ हमारे पास यहाँ एक कंपनी ख़ुशी प्राइवेट लिमिटेड है जिसका हमें
ट्रायल बैलेंस देखना और प्रिंट करना है.
3. ट्रायल बैलेंस को देखने के लिए Gateway of Tally Screen में Reports
Section के अंतर्गत दिए गए Display आप्शन
पर क्लिक करे.
4. इसके बाद Display Menu के अंतर्गत सबसे ऊपर ही दिए गए Trial Balance
आप्शन पर क्लिक करे.
5. अब आप देख सकते है इस पर क्लिक करते है हमें कंपनी का ट्रायल बैलेंस
दिखाई देने लगा है तथा पूरी डिटेल्स को देखने के लिए आप कीबोर्ड के Alt+F1 बटन को
प्रेस करे.
6. इस ट्रायल बैलेंस में दी गई डिटेल्स को प्रिंट करने के लिए कीबोर्ड
से Alt+P बटन को प्रेस करे.
7. इसके आलावा किसी विशेष अवधि का ट्रायल बैलेंस देखने के लिए आप कीबोर्ड
से F2 बटन को प्रेस कर और पर्टिकुलर डेट को देकर उस अवधि का ट्रायल बैलेंस देख
सकते है.
Difference between Tally Educational Mode and License Mode in Hindi
Difference between Tally Silver and Gold Edition in Hindi
Golden Rules of Accounting with Example in Hindi
How to Create Payroll in Tally Erp 9 in Hindi (टैली में पेरोल कैसे बनाए)
अंत में
आशा है की पूरी पोस्ट पढने के बाद आपको पता चल गया होगा की ट्रायल
बैलेंस क्या होता है तथा इसे टैली में कैसे बनाया, देखा अथवा प्रिंट किया जाता है.
What is the Full form of Tally Erp 9 in Hindi
How to Print Company Logo in Tally Invoice in Hindi
How to Delete Company in Tally Erp 9 in Hindi
How to Enable Cheque Printing in Tally in Hindi (टैली में चेक की प्रिंटिंग कैसे की जाती है)